Akhrot Khane ke Fayde in Hindi l स्वास्थ्य के लिये वरदान है अखरोट

Akhrot Khane ke Fayde

हमारे स्वास्थ्य के लिये Akhrot Khane ke Fayde in hindiअनमोल हैँ। अखरोट एक ऐसा प्राकृतिक फल है जो हमें विटामिन,प्रोटीन और हमारे शरीर के लिये आवश्यक मिनिरल्स की भरपूर मात्रा प्रदान करता है। अखरोट में सभी ऐसे गुणकारी तत्व मौजूद हैँ जो हमारे मस्तिष्क, हृदय और स्किन को स्वस्थ रखने में मदद करते हैँ साथ ही साथ वजन नियन्त्रण करने में भी लाभकारी है। आज इस लेख में, हम आपको अखरोट खाने के विभिन्न लाभों के बारे में बताएंगे जो आपके जीवन को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने में मददगार होंगे।

अखरोट खाने के फायदे-Akhrot Khane ke Fayde

1- दिमाग को तेज व मजबूत करता है..

अखरोट में विटामिन E, विटामिन B6, और फोलिक एसिड की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो हमारे दिमाग के लिये बहुत आवश्यक हैँ और इन पोषक तत्वों के सेवन से मस्तिष्क की कार्य क्षमता बढ़ती है साथ ही साथ याददाश्त तेज होती है,मानसिक तनाव कम होता है।

2- हृदय को स्वस्थ रखता है..

अखरोट में मौजूद ओमेगा -3, फैटी एसिड्स एंटीऑक्सिडेंट और फ़इटोस्टेरोल हमारे दिल को स्वस्थ रखने के लिये बहुत महत्वपूर्ण हैँ। इन तत्वों का सेवन करने से हृदय को मजबूती मिलती है और कार्य क्षमता बढ़ती है,कोलेस्ट्राल नियन्त्रित रहता है साथ ही साथ हृदय रोगों की सम्भावना कम होती है।

3- कैंसर से बचाव..

अखरोट में प्रोटीन, एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैँ जो कैंसर से बचाने में सहायक हैँ।

4- पाचन शक्ति मजबूत होती है..

अखरोट में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो भोजन को पचाने में मददगार होता है। फाइबर से मल नरम होता है और मल को त्यागने में भी आसानी रहती है। रात में एक मुट्ठी अखरोट भिगोकर सुबह इसका खाली सेवन करने से कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।

5- इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है..

अखरोट में प्रोटीन, विटामिन्स और एंटीऑक्सिडेंट की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिये बहुत मददगार होती है।

PEOPLE ALSO READ : त्रिफला चूर्ण के 11चमत्कारी फायदे

6- तनाव कम होता है..

आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ में अक्सर सभी को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है और तनाव के कारण लोग नींद ना आने की समस्या से परेशान रहते हैँ। ऐसे में अखरोट में मौजूद विटामिन E, विटामिन B6,और फोलिक एसिड मानसिक तनाव को कम करने में मदद करते हैँ जिससे अच्छी नींद आने में सहायता मिलती है।

7- दाँत और हड्डियाँ मजबूत होती हैँ..

अखरोट में कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन D भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे हड्डियों और दाँतों को मजबूती मिलती है। कैल्शियम व विटामिन D हड्डियों के ढांचे को मजबूत बनाता है तो मैग्नीशियम दाँतों को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।

1 किलो अखरोट की कीमत क्या है? Akhrot Price (Akhrot price 1kg)

बाजार में आपको अखरोट 600 रु से 700 रु पर kg तक मिलता है। जबकि अखरोट गिरी 1000रु से 1600 रु तक पर किलो मिलता है।

Akhrot Tree अखरोट का पेड़ कैसा होता है ?

अखरोट का पेड़ दिखने में खूबसूरत होता है यह लम्बा और विस्तृत होता है। अखरोट का जीवनकाल लगभग 250 वर्ष होता है। जंगली अखरोट 100 से 200 फीट तक ऊंचा होता है जबकि कृषियोग्य अखरोट 40 से 90 फीट तक ऊंचा होता है। अखरोट का वानस्पतिक नाम जग्लान्स निग्रा है अखरोट का पेड़ एक साल में कई फीट तक बढ़ जाता है इसकी पत्तिया 1-2 फीट लंबी होती हैँ और हल्के हरे रंग की होती हैँ। अखरोट के फल ऊपर से लटक कर बढ़ते हैँ। अखरोट का पेड़ अधिकांश स्थानों में उगाया जा सकता है इसके लिये पेड़ को अच्छी रोशनी और ठण्डी जलवायु की आवश्यकता होती है। अखरोट का प्रमुख उत्पादक राज्य हिमाचल प्रदेश अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर है।

क्या अखरोट बच्चों के लिए अच्छा है?

अखरोट में विटामिन ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, खनिज तत्व और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व गर्भवती महिला के और उसके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
अखरोट में पोषक तत्वों का एक अच्छा संयोजन होता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। इसके अलावा यह तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद करता है और गर्भावस्था में तापमान की बढ़ती हुई आवश्यकता को पूरा कर सकता है।
अखरोट में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड बच्चे के मस्तिष्क के सही विकास में मदद कर सकते हैं। यह बच्चे के ब्रेन पावर को बढ़ाने में मदद करता है और उनकी भाषाई और सामाजिक क्षमताओं को बढ़ा सकता है।

डिस्क्लेमर : Health information Magazine में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं l इस लेख में बताए गये टिप्स और अड्वाइस केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैँ। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में इन्हें आजमाने से पहले किसी चिकित्सक या विशेषज्ञ से परामर्श जरूर करें। ‘Health Information Magazine’ इसके लिये उत्तरदायी नहीं है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*